Summer में जब मैदानी इलाकों की तपिश बर्दाश्त से बाहर हो जाती है, तो लोग राहत और सुकून के लिए पहाड़ों का रुख करते हैं। उत्तराखंड उन स्थानों में से एक है जो प्राकृतिक सुंदरता, शांति और ठंडे मौसम के लिए विशेष रूप से लोकप्रिय है।
चौकोड़ी
Summer में चौकोड़ी उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, जो अपनी शांत पहाड़ियों और हिमालय के मनमोहक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। पिथौरागढ़ से लगभग 82 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह स्थल Summer में छुट्टियाँ बिताने के लिए आदर्श है। यहाँ की ठंडी हवाएँ और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
चौकोड़ी से नंदा देवी, नंदाकोट और पंचाचूली हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के विहंगम दृश्य देखने को मिलते हैं, जो यहां आने वाले हर सैलानी को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। सर्दियों में यहाँ की बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए भी पर्यटक बड़ी संख्या में पहुँचते हैं।
Summer में व्यास वैली एक अद्वितीय प्राकृतिक धरोहर है, जिसे प्रकृति का वरदान कहा जा सकता है। यहाँ के पर्वत, झीलें, नदियाँ, और जंगल इसे धरती पर स्वर्ग जैसा महसूस कराते हैं।गर्मियों की छुट्टियाँ बिताने के लिए आदर्श है। यह क्षेत्र चीन की सीमा से सटा हुआ है और यहाँ आदि कैलाश, ओम पर्वत, गणेश पर्वत, और पार्वती ताल जैसे पवित्र स्थल स्थित हैं। इसी क्षेत्र से होकर कैलाश मानसरोवर की यात्रा भी की जाती है।
पर्यटकों की सुविधा के लिए स्थानीय लोगों ने होम स्टे का इंतजाम किया है, जहाँ वे सैलानियों का स्वागत करते हैं। ये लोग सीमा के प्रहरी भी माने जाते हैं, जो अपने क्षेत्र की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं।
व्यास वैली पहुँचने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जुलाई और सितंबर से अक्टूबर के बीच है, और अब यहाँ सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। धारचूला से व्यास वैली की दूरी लगभग 90 किलोमीटर है, जो इस यात्रा को और भी सुविधाजनक बनाता है।
पिथौरागढ़
Summer में मुनस्यारी, पिथौरागढ़ का एक विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जो देश-विदेश के सैलानियों को अपनी प्राकृतिक सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर देता है। Summer में मौसम यहाँ छुट्टियाँ बिताने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है, और पर्यटक यहाँ की ठंडी हवाओं और सुरम्य दृश्यों का भरपूर आनंद ले सकते हैं।
हिमालय की गोद में बसे मुनस्यारी से पंचाचूली पर्वत का अद्वितीय और शानदार दृश्य हमेशा देखा जा सकता है। यह स्थान न केवल अपने दृश्यात्मक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि साहसिक गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है। यहाँ स्थित खलिया टॉप ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थल है, जहाँ से विभिन्न हिमालयी श्रृंखलाओं के मनोहारी दृश्य देखे जा सकते हैं।
प्रकृति प्रेमियों के लिए मुनस्यारी में मिलम ग्लेशियर एक प्रमुख आकर्षण है। इसकी अद्वितीयता और प्राकृतिक भव्यता पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करती है।
मुनस्यारी पहुँचने के लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम (हल्द्वानी) है। काठगोदाम से मुनस्यारी की दूरी लगभग 280 किलोमीटर है, जिसे टैक्सी द्वारा तय किया जा सकता है। सड़क मार्ग से यात्रा करते हुए, पर्यटक सुंदर वादियों, और आकर्षक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं, जो इस यात्रा को और भी यादगार बना देते हैं।
दारमा वैली
Summer में दारमा वैली, धारचुला में पंचाचूली पर्वत की तलहटी में स्थित, भारत की सबसे सुंदर जगहों में से एक है। यहाँ से पंचाचूली के बेस कैंप तक आसानी से पहुँचा जा सकता है, और पर्यटक पर्वत के नजदीक पहुँचकर उत्साहित हो जाते हैं। गर्मियों की छुट्टियाँ बिताने के लिए आदर्श है।
स्थानीय गांव वालों ने पर्यटकों की सुविधा के लिए होम स्टे बनाए हैं, जो यहाँ के खान-पान और संस्कृति का अनुभव प्रदान करते हैं। यात्रा का उपयुक्त समय अप्रैल से जून और सितंबर से अक्टूबर है, इसके बाद यह इलाका बर्फ से ढक जाता है। धारचूला से दारमा वैली की दूरी 70 किलोमीटर है और अब सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
नारायण आश्रम
Summer में नारायण आश्रम की स्थापना 1936 में नारायण स्वामी ने की थी, जो पिथौरागढ़ से लगभग 136 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह आश्रम, 2734 मीटर की ऊंचाई पर, प्राकृतिक सौंदर्य के बीच स्थित एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र बन गया है।
आश्रम में स्थानीय बच्चों के लिए एक स्कूल और युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने की व्यवस्था है। यहाँ एक पुस्तकालय, ध्यान कक्ष और समाधि स्थल भी है, जो इसे एक संपूर्ण आध्यात्मिक स्थल बनाते हैं।
शांति और सुकून की तलाश में आने वाले पर्यटकों के लिए गर्मियों की छुट्टियाँ बिताने के लिए आदर्श है, जहाँ वे आध्यात्मिक अनुभव के साथ-साथ प्राकृतिक परिवेश का आनंद भी लेते हैं।